Saturday, January 26, 2008

डर गया हूँ मैं

बीते दिनों को याद करके , डर गया हूँ मैं
अपनो के लिये तो कभी का मर गया हूँ मैं
वो दिन भी याद हैं, कोई झूठे को पूछ ले
खाने के वक़्त, दोस्तों के घर गया हूँ मैं
पवन दीक्षित

1 comment:

Rajneesh said...

kya ye sach hai......?