Saturday, May 10, 2008

कतराने लगा

आजकल तो दोस्तों से भी वो कतराने लगा
उसपे आख़िर कामयाबी का असर आने लगा
हैं सभी सहमे, कि जिसके दम से चलता है ये घर
कुछ दिनों से, वक़्त से पहले ही घर आने लगा

अब तो दुश्मन भी सुलह की कोशिशें करने लगे
ये कहा मैने, तो मेरा यार घबराने लगा

5 comments:

mehek said...

behad badiya

Anonymous said...

यार घबराता क्यों है? हिम्मत रखे :-)

सुशील छौक्कर said...

वाह क्या बात है

ALOK PURANIK said...

JIB HAM TOSUN BAT HI NA KARRE JIB

Udan Tashtari said...

वाह जी!